#1 घंटीधारी ऊंट दिसंबर 31, 2015 ・0 comments ・Topic: अहंकार पंचतंत्र श्रेष्ठ एक बार की बात हैं कि एक गांव में एक जुलाहा रहता था। वह बहुत गरीब था। उसकी शादी बचपन में ही हो गई ती। बीवी आने के बाद घर का खर्चा बढना था... Read post
#2 गधा रहा गधा ही दिसंबर 27, 2015 ・0 comments ・Topic: पंचतंत्र मूर्खता एक जंगल में एक शेर रहता था। गीदड उसका सेवक था। जोडी अच्छी थी। शेरों के समाज में तो उस शेर की कोई इज्जत नहीं थी, क्योंकि वह जवानी में सभी द... Read post
#3 एकता का महत्व दिसंबर 26, 2015 ・0 comments ・Topic: एकता एकता का बल एकता का महत्व झाड़ू, जब तक एक सूत्र में बँधी होती है, तब तक वह "कचरा" साफ करती है। लेकिन वही झाड़ू जब बिखर जाती है तो खुद कचरा हो जाती है। एकत... Read post
#4 गार्बेज ट्रक (कूड़े का ट्रक) दिसंबर 22, 2015 ・0 comments ・Topic: कूड़े का ट्रक गार्बेज ट्रक प्रेरक कहानी एक दिन एक व्यक्ति ऑटो से रेलवे स्टेशन जा रहा था। ऑटो वाला बड़े आराम से ऑटो चला रहा था कि अचानक ही एक कार पार्किंग से निकलकर रोड़ पर आ गयी। ऑट... Read post
#5 अहंकार मरता है...शरीर जलता है! दिसंबर 21, 2015 ・0 comments ・Topic: अहंकार नानक शरीर ऐसा कहते हैं कि नानक देव जी जब आठ वर्ष के थे तब पहली बार अपने घर से अकेले निकल पड़े, सब घर वाले और पूरा गाँव चिंतित हो गया तब शाम को किसी ... Read post